इंदौर में मस्जिद पर लगे पोस्टर को लेकर विवाद, शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने जताया आक्रोश
इंदौर के कागदीपुरा इलाके में एक मस्जिद पर लगे धार्मिक पोस्टर को लेकर विवाद के बाद शिया मुस्लिम समुदाय में गहरी चिंता व्यक्त की गई है। ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने इस विवाद को लेकर गहरी आपत्ति जताई है और समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।
मौलाना यासूब अब्बास के अनुसार, स्थानीय भाजपा नेताओं ने पोस्टर पर आपत्तिजनक टिप्पणियाँ की हैं। भाजपा नगर उपाध्यक्ष श्री एकलव्य गौड़ और मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा कथित रूप से दी गई धमकियों ने इस विवाद को और अधिक भड़काया है।
मौलाना यासूब अब्बास ने स्पष्ट किया कि यह पोस्टर कर्बला में हज़रत इमाम हुसैन (अ.स) द्वारा इंसानियत और सच्चाई को बचाने के लिए लड़ी गई ऐतिहासिक जंग को दर्शाता है, जिसे हर साल मुहर्रम के मौके पर लगाया जाता है और इसका उद्देश्य किसी धर्म विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है।
उन्होंने कहा कि पोस्टर में दिखाया गया लाल झंडा प्रिंटिंग की गड़बड़ी के कारण केसरिया जैसा दिखाई दे रहा है, जिसे लेकर गलतफहमी उत्पन्न हो गई है।
बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को एक पत्र भेज कर एकलव्य गौड़ और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा दी गई गई धमकियों और आपत्तिजनक टिप्पणियों की शिकायत की है।
मौलाना यासूब अब्बास ने प्रशासन से अपील की है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाए और भाजपा नेताओं द्वारा की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों पर उचित कार्रवाई की जाए।
साथ ही, उन्होंने राज्य सरकार से शिया मुस्लिम समुदाय के धार्मिक अधिकारों और भावनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया, ताकि सांप्रदायिक सौहार्द्र बना रहे।
बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को एक पत्र भेज कर एकलव्य गौड़ और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा दी गई धमकियों और आपत्तिजनक टिप्पणियों की शिकायत की है।
मौलाना ने कहा, “हमें उम्मीद है कि प्रशासन इस गंभीर मामले में जल्द हस्तक्षेप कर न्याय सुनिश्चित करेगा।”
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